सोमवार, 27 मार्च 2023
कालका मंदिर की व्यवस्था , अनुभव
नवरात्रि मे कालका मंदिर जाने का सौभाग्य मिला। सिधपीठ, आस्था से जुड़ा केंद्र, पर एक बात जो बार बार हृदय में उठी वो वहाँ की व्यवस्था को लेकर थी। कालका मंदिर असंख्य की संख्या में भक्त जन पहुँचते है, नवरात्र मे तो यह संख्या और भी बढ़ जाती है। भीड़ इतनी अधिक की सिर्फ सिर ही सिर चमकते है। कितनी बार ऐसे मौके भी आते है कि भीड़ अनियंत्रित हो जाती है। ऐसे में कोई भी बड़ा हादसा होना स्वाभविक है। कालका मंदिर मे भी व्यवस्था किसी बोर्ड को दे देनी चाहिए जैसे वैष्णो देवी में shrine बोर्ड के पास है। ताकि वहाँ पहुँचने वाले भक्त श्रधा से दर्शन कर सके। अन्यथा यहाँ पहुँच कर सही से दर्शन ना कर पाने की पीड़ा रहती है।
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