मोदी सरकार का क्रांतिकारी कदम
सेना में जवानों की संख्या घटाकर उसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस करना 21 वी सदी में survival के लिए बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आज रक्षा बजट का 80% जवानों की सैलरी , पेंशन व रखरखाव पर खर्च होता है। जाहिर है सरकार इस खर्च को भी कम कर सेना को अत्याधुनिक बनाना चाहती हैं। साथ ही बेरोजगारी को किसी हद तक लगाम लगाना तथा युवाओं का कौशल बढाना वो भी उन्हें अनुशासित रखकर।इसे कहते हैं सोने पे सुहागा।






